खास खबर
एक बार फिर कलम के सच्चे सिपाही को डराने की कोशिश
पत्रकार अशोक के घर के बाहर खड़ी उसकी बाइक को किया आग कर हवाले
बजरी माफियाओं के विरुद्ध खबरें प्रकाशित करने का नतीजा?
या फिर राष्ट्रीय पेड़ वटवृक्ष काटने की खबरों का रिएक्शन?
जो भी हो एक सच्चे पत्रकार को चेतावनी देने के तौर पर जलाई गई बाइक
आज बाइक तो क्या कल पत्रकार पर भी कर सकते हैं हमला?
तो क्या अब गुंडों और माफियाओं के डर से लिखना कर दें बन्द?
सिरोही हरीश दवे | भले ही एक आईपीएस का तबादला...